Sunday, August 20, 2017

शौचालय की सोच को सरकारी ठेंगा

कुछ माह पहले ही भोपाल शहर को स्वच्छ शहरों की फेहरिस्त में दूसरी पायदान हासिल हुई थी | ख़ुशी से सीना चौड़ा हो गया था,सभी का.. | आश्चर्य थोडा ज़रूर हुआ था लेकिन फिर सोचा कि छोडो ...अपने मुख्यमंत्री गुणा भाग में तो माहिर है | जैसे हर साल फसल ख़राब होने के बाबजूद हमारे प्रदेश के पाले में ‘कृषि कर्मण अवार्ड’ आ जाता है कुछ वैसे ही इस मामले में भी ‘गोटी’ सेट हो गई होगी | खैर शहर को सम्मान मिला था तो कई सवाल झटक कर हमनें भी ख़ुशी मना ली | सारे गुणा भाग ठीक ठाक तो भोपाल दौरे पर आए पार्टी के तेज़ तर्रार राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने भी दिल खोलकर तारीफ की और मुख्यमंत्री जी के कामकाज को बिना 'जीएसटी' काटे पूरे सौ नंबर पकड़ा दिए |
     सारा सब कुछ बेहतर था लेकिन हाय री किस्मत ..राष्ट्रीय अध्यक्ष के दौरे के आखरी दिन ही खीर में कंकड़ आ गया | दरअसल अतिउत्साह में मुख्यमंत्री जी की टीम गुणा भाग भूल गई और अध्यक्ष जी को उस गरीब आदिवासी के घर भोजन के लिए ले कर पहुँच गए,जिसके घर शौचालय ही नहीं था | यह तो अच्छा हुआ कि राष्ट्रीय अध्यक्ष जी का पेट ठीक था कही उनको ही शौच के लिए जाना पड़ जाता तो बेचारा मेजबान आदिवासी उनको भी लोटा पकड़ा कर दूर खेत का रास्ता ही दिखा पाता | ख़ास बात यह है कि यह घर कोई दूर दराज इलाके का नहीं बल्कि बिल्कुल राजधानी भोपाल से सटा है |
   दरअसल अमित शाह जी आज़कल जहाँ दौरे पर जाते है तो वह किसी गरीब दलित के घर भोजन करते हैं | समय कम था सो भोपाल से सटे सेवनिया गौड़ गाँव के आदिवासी कमल सिंह के घर पर भोजन का कार्यक्रम तय हुआ | कमल के पास न तो स्थायी रोज़गार है न ही खेती किसानी | छोटे मोटे काम करके जैसे तैसे अपने परिवार के साथ गुजर बसर कर रहा है | सरकारी दफ्तर में दस्तक दी थी लेकिन आज तक शौचालय न बन पाया |
  शाह साहब की तो किरकिरी हो ही गई लेकिन बेचारे प्रधानमंत्री जी को कितना बड़ा धक्का लगेगा | अमिताभ बच्चन को भी दुःख होगा कि देखो रोज़ मैंने टीव्ही पर भले ही करोडो रूपये लेकर ‘स्वच्छता’ का ज्ञान दिया लेकिन शिवराज जी के राम राज़ में उनकी कोई सुनवाई नही | यह तीनो भी ठीक है सबसे ज्यादा बुरी स्थिति तो अपने देश भक्त अभिनेता ‘अक्षय कुमार’ साहब की होगी | टीव्ही विज्ञापन के साथ साथ वह तो शौचालय के सोच में इतने पड़ गए थे कि एक पूरी फिल्म ही बना डाली | अब आखिर यह क्या बात हुई ,शिवराज जी ....आपने केंद्र से मिशन के नाम पर पूरे 427 करोड़ रूपये तो ले लिए लेकिन ‘शौच’ की सोच पर कतई ध्यान न दिया ..| इस मामले में भी आपकी कृपा बरसी तो...बस अफसरों पर
  अब इस मसलें को लेकर मप्र में स्वच्छता मिशन की असलियत,भोपाल का स्वच्छ शहर की दूसरी पायदान पर आना और मुख्यमंत्री जी के कामकाज को सौ फीसदी नम्बर मिलना ...एक साथ तीनो की पोल खुल गई | शाह साहब खाना खाकर सोचते सोचते निकल लिए ....| शाह साहब का भी मुगालता दूर हो गया होगा कि वह खुद बड़े फन्ने खां या फिर गुणा भाग वाले हैं | अब महसूस हुआ होगा कि उनसे भी बड़े वाले पड़े हैं | खैर शाह साहब समझ जाइए,ऐसे ही नही बोला जाता कि ‘एमपी अजब है सबसे गजब है’......|
#amitshah
#shahinmp
#shivrajsinghchauhan
#cmomp
#bjpmadhyapradesh

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